घर में सीखी साइन लैंग्वेज अब मूक-बधिरों को दे रही रोजगार

घर में सीखी साइन लैंग्वेज अब मूक-बधिरों को दे रही रोजगार

अतुल्यकला मुकबधीर डिज़ाइनर द्वारा तैयार किए गए बैग वॉलेट जर्नल आदि बेचती है। उनके लिए स्किल ट्रेनिंग और मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था करती है।

कंपनी : अतुल्य कला
संस्थापक : स्मृति नागपाल
औचित्य :

दिल्ली में रहने वाली स्मृति के दो बड़े भाई बहन हैं दोनों ही मुंह और बधिर हैं घर में उनसे बातें करने के लिए स्मृति ने साइन लैंग्वेज सीखी ताकि वे परिवार और उनके बीच की कड़ी बन सकें जब 16 साल की हुई तो इस्मृति बधिरों के एक ngo में वॉलंटियर का काम करने लगी बीबीए को कोर्स करते हुए उन्हें एक टीवी चैनल से ऑडिशन का बुलावा आया और वह साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर बन गई स्मृति दूरदर्शन पर मूक बधिरों के लिए सुबह का न्यूज़ बुलेटिन पड़ने लगी इसी दौरान उनकी मुलाकात एक कलाकार से हुई जिसने आर्ट्स में मास्टर डिग्री ली हुई थी लेकिन बधीर होने के कारण एक एनजीओ में मैनुअल काम कर रहा था उसकी हालत देखकर स्मृति इतनी उदास हुई थी उन्होंने बधीर आर्टिस्ट्स के लिए कुछ करने का फैसला कर लिया 22 साल की उम्र में उन्होंने वर्ष 2013 में अपने दोस्त हर्षित विश्वकर्मा के साथ मिलकर अतुल्य कला की शुरूआत की जो बधीर आर्टिस्ट्स को उनकी प्रतिभा दिखने दिखाने का मौका देती है उनकी संस्था बधीर डिजाइनस द्वारा तैयार किए गए बैग वॉलेट जर्नल आदि भेजती है इसके अलावा संस्था ब्रांडिंग और साइन लैंग्वेज के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए वर्कशॉप और इवेंट्स भी आयोजित करती है स्मृति मूक बधिरों के लिए मुफ्त शिक्षा भी उपलब्ध कराती हैं इसके अलावा वह उनके लिए स्किल ट्रेनिंग की व्यवस्था भी करती हैं जिससे स्वावलंबी जीवन जी सकें भारत में बंदरों की आबादी दुनिया के बाकी देशों से ज्यादा है लेकिन उनके लिए सुविधाएं बेहद कम है शुरूआत में स्मृति को भी काफी मुश्किल है आई कोई उनके काम को तवज्जो देने को तैयार नहीं था लेकिन आज अतुल्य कला की भारत के अलावा डेनमार्क और पुर्तगाल में भी शाखाएं हैं शुरुआत में आर्थिक दिक्कतों के बाद अब कमाई भी बढ़ने लगी है उनके स्टाफ का सालाना रेवेन्यू 44 लाख डॉलर से ज्यादा हो चुका है वर्ष 2015 में उन्हें बीबीसी द्वारा 100 इंस्पिरेशनल वुमन की सूची में शामिल किया गया स्मृति इतने से संतुष्ट नहीं हैं उनका सपना है कि 1 दिन ऐसा आएगा जब हर सार्वजनिक स्थान पर बधिरों के लिए साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर मौजूद होंगे।

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