बैंकिंग की नौकरी छोड़ निकाला अपनी क्रिएटिविटी से कमाई का आईडिया

बैंकिंग की नौकरी छोड़ निकाला अपनी क्रिएटिविटी से कमाई का आईडिया


संस्थापक : सुनहरा कोशी 
औचित्य : पेपर से हैण्ड मेड कार्ड और गिफ्ट तैयार करना और लोगों तक पहुँचाना।

बैंकिंग सेक्टर में काम करने वाली सुनहरा कोशी 2009 में मां बनी, तो घर की जिम्मेदारियों को उठाने के साथ साथ उन्हें नौकरी छोड़नी पड़ी। बेटी का जन्म होने से 2 साल बाद तक उन्हें यह लगने लगा कि कारपोरेट सेक्टर में वापसी मुश्किल होगी क्योंकि बेटी की जिम्मेदारी का उत्तरदायित्व भी उन्ही के ऊपर था। सुनहरा कोशी को बचपन में पेपर क्राफ्टिंग में बहुत रुचि थी, और उसी रूचि को फिर से सहारा बनाते हुए, उन्होंने दोबारा इसी में समय देना शुरु किया। पेपर क्राफ्टिंग की नई तकनीकें, ट्रेण्ड, ट्यूटोरियल आदि समझने के अलावा वे इसकी ऑनलाइन कम्यूनिटी में शामिल हो गई। कुछ महीनों बाद उन्होंने अपनी कृतियों की प्रदर्शनी लगाई तो सारे प्रोडक्ट हाथो हाथ बिक गए। विश्वास बढ़ा तो अप्रैल, 2014 में उन्होंने क्रैक ऑफ़ डाउन क्राफ्ट्स की शुरुआत की पास में ज्यादा पैसे नहीं थे तो एक लाख रुपये अपनी बचत से लगाए और एडवांस पेमेंट लेने की नीति अपनाई। सुनहरा के बिजनेस प्लान की खासियत यह है कि पहले दिन से ही उन्हें कभी घाटा नहीं सहना पड़ा। क्राफ्टिंग से लेकर मार्केटिंग, प्रमोशन तक का काम सुनहरा आज भी अकेली ही करती है। प्रोडक्शन के लिए 5 लड़कियों की एक टीम है, जो समाज के कमजोर तबकों की हैं। पहले महीने 40 हज़ार रुपये की बिक्री हुई और पूरे साल में 20 लाख रुपए की। अगले साल रेवेन्यू 40 फ़ीसदी बढ़ा। 2016 की शुरुआत में ऑनलाइन मार्केट प्लेस पर लिस्टिंग शुरू की तो 5 महीने में ही कमाई 300% ज्यादा हो गई। उनके क्लाइंट्स में कई बॉलीवुड आर्टिस्ट भी शामिल हैं। सुनहरा बिजनेस के साथ टीम के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं।

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