बनाया रिटेल खरीदारी में मदद करने वाला ऐप

बनाया रिटेल खरीदारी में मदद करने वाला ऐप


औचित्य : ग्राहकों के लिए रिटेल खरीदारी में मदद करने वाला ऐप्प बनाया। 






एक्सलॉजिक्स रिटेल इंडस्ट्री के विस्तार के साथ इस सेक्टर में स्टार्ट-अप्स की भरमार है लेकिन अधिकतर बच्चे दुकानदारों की मदद करने की तकनीकों पर काम करते हैं। ग्राहकों की असुविधा पर कम ध्यान होता है। वर्षों तक कारपोरेट सेक्टर में काम कर चुके दीपक और अमर ने व्यक्तिगत अनुभवों से इस समस्या को समझा और उसके हल की कोशिश में लग गए। रिसर्च से उन्हें पता चला कि यह बिजनेस का आईडिया हो सकता है तो जनवरी, 2015 में दोनों ने एक्सलॉजिक्स की शुरुआत की। उन्होंने एक ऐप तैयार किया जो ग्राहकों को खरीदारी में मदद करें। रिटेल स्टोर पहुंचने पर ग्राहक एप से जुड़ता है और स्टोर में मौजूद सारे सामानों की लिस्ट उसके सामने आ जाती है। वह अपनी जरूरत की चीजों का चुनाव कर बारकोड स्वाइप करता है और खरीदारी की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। भुगतान के लिए वह काउंटर पर जाता है या किसी पेमेंट गेटवे की मदद ले सकता है। दीपक ने कई बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर और कॉरपोरेट चेंज के साथ करार किया है। इसमें ग्राहकों और रिटेलर दोनों का फायदा है। ग्राहकों को मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ता है जबकि रिटेलर सप्लायर कंपनियों को डिस्ट्रीब्यूटर्स से बेहतर मोलभाव कर सकता है। उनकी कमाई सबसे बड़ा जरिया वार्षिक मेंटेनेंस कॉन्ट्रैक्ट है। उनकी सालाना कमाई फिलहाल 1 करोड़ रुपए से कम है लेकिन उन्होंने आने वाले महीनों में छोटे शहरों में विस्तार के साथ उनको दोगुना करने का लक्ष्य तय किया है।

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