गोवा घूमने के लिए पिता से लिए पैसे उसी से शुरु कर दिया वेंचर

गोवा घूमने के लिए पिता से लिए पैसे उसी से शुरु कर दिया वेंचर

कंपनी : पक्षी मोर ऑन
संस्थापक : प्रतिक् गुप्ता, परितोष अजमेरा, सुवीर बजाज और हर्षिल करिया
औचित्य :

अंतिम समय में da कैंसिल होने से उन्हें लाखों का नुकसान हो गया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी चारों ने अपने पिता से 25 ₹25000 उधार लिए वर्ष 2008 की बात है प्रतीक पारितोष सुबीर और हर्षित छुट्टियां मनाने गोवा जाने की तैयारी कर रहे थे चारों ने अपने पेरेंट्स से इसके लिए 16 ₹16000 लिए थे अचानक कि उसके मन में ख्याल आया कि इतने सारे पैसे से तो बहुत कुछ किया जा सकता है चारों दोस्त पहले ही कुछ अलग करने की योजना बना रहे थे उन्होंने इसी पैसे को सीट मनी बनाकर अपना वेंचर शुरू करने का फैसला किया पक्षी मोर ऑन की शुरुआत सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के रूप हुई और कंपनी डाटा एंट्री से लेकर वेबसाइट्स के लिए कंटेंट तैयार कर करने तक का काम करती थी हरसिल के एक खाली पड़े घर में उनका ऑफिस था कॉलेज की पढ़ाई के साथ इसे संभालना उनके लिए मुश्किल था जून 2008 में एक दोस्त की मदद से उन्हें पहला बड़ा आर्डर मिला लेकिन अंतिम समय में डील कैंसिल होने से उन्हें लाखों का नुकसान हो गया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी चारों ने अपने पिता से 25 ₹25000 उधार लिए इसी साल सितंबर में उन्हें पीवीआर पिक्चर्स के लिए मूवी पोस्टर डिजाइन करने का काम मिला यह उनके लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ और पहले साल के अंत तक कंपनी का टर्नओवर 10 लाख से ज्यादा हो गया पक्षी मोर उनके 20 से 25 ग्राहक हो गए थे और तीन में भी करीब 15 लोग शामिल हो चुके थे धीरे धीरे काम बढ़ता गया और कमाई भी ज्यादा होने लगी मार्च 2010 तक उनके 250 से क्लाइंट हो गए जिनमें castrol star sports xn आदि शामिल थे 2013 के अंत तक कंपनी का सालाना कारोबार 25 करोड़ से ज्यादा हो गया आज वापसी में मोरों का टर्नओवर 30 करोड़ से ज्यादा है और यह देश की सबसे बड़ी और प्रतिष्ठित डिजिटल मीडिया एजेंसियों में शामिल है।

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