तरबूज के छिलके से सब्जी और मुरब्बा के अलावा हलवा भी बहुत स्वादिष्ट बनता है।

तरबूज के छिलके का हलवा
Watermelon Rind Halwa

गर्मी के मौसम में तरबूज खाईये, इसका रस पीजिये लेकिन इसके छिलके को यूहीं मत फैंक दीजिये. तरबूज के छिलके से सब्जी और मुरब्बा तो बना ही सकते हैं, तरबूज के छिलके का हलवा भी बहुत स्वादिष्ट बनता है।



आवश्यक सामग्री - Ingredients for Watermelon Rind Halwa
तरबूज के छिलके - 600 ग्राम
खोया - 200 ग्राम
चीनी - 200 ग्राम
छोटी इलायची - 5 - 6
काजू - 20-25
देसी घी - 2 टेबल स्पून

बनाने की विधि - How to make
तरबूज के मोटे छिलके को छील लीजिये, डार्क ग्रीन सख्त छिलका छील कर हटा दीजिये, सारे छिलके छील लीजिये 
तरबूज के छिलकों को कद्दूकस कर लीजिए. पैन को गैस पर रखें, इसमें 1 चम्मच घी डालकर मेल्ट कर लीजिए. अब इसमें कद्दूकस किए हुए तरबूज के छिलके डालकर ढककर के 5 मिनिट के लिए पका लीजिए.

काजू को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर तैयार कर लीजिए और इलायची को कूट कर पाउडर बना लीजिए.

छिलकों को चैक कीजिए और चला कर के फिर से 5 मिनिट ढककर के पकने दीजिए और फिर से चैक कीजिए छिलकों को नरम होने तक पकाना है. इन्हें पकने में लगभग 15 मिनिट का समय लग जाता है. 

छिलकों को अच्छे से पक जाने पर और पानी समाप्त हो जाने पर इसमें चीनी डाल कर मिक्स कीजिए और धीमी आंच पर ढककर के पकने दीजिए और फिर चैक कीजिए. 

चीनी के घुल जाने पर अब हलवे को खुले ही पकाएं ताकी सारा जूस समाप्त हो जाए.
मावा भूनें

एक दूसरे पैन को गैस पर रखें इसमें 1 चम्मच घी डाल दीजिए और घी पिघलने पर मावा डालें, मावा को मीडियम आग पर लगातार चलाते हुए भून लीजिए. मावा का हल्का कलर चेंज होने पर वह भून कर तैयार हो जाता है. गैस बंद कर दीजिए और मावा को थोडा़ सा ठंडा होने दीजिए.

हलवे का जूस सूख जाने पर इसमें भूना हुआ मावा, काजू और इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिक्स कर लीजिए. गैस धीमी ही रखें, हलवे में मावा के अच्छे से मिक्स हो जाने पर मावा बनकर तैयार है. इसे प्याले में निकाल लीजिए. 

हलवे के ऊपर काजू डालकर इसकी गार्निश कीजिए स्वादिष्ट तरबूज के छिलकों का हलवा बनकर तैयार है. तरबूज के छिलके के हलवा को फ्रिज में रखकर 7 दिन तक खाया जा सकता है.

कुरकुरी जलेबी (without yeast crispy Jalebi)

कुरकुरी जलेबी (Crispy Jalebi )


जलेबी उत्तर भारत की पसंदीदा मिठाई है। प्रायः जलेबी के लिये बैटर एक दिन पहले ही तैयार करना होता है, लेकिन आज हम बिना खमीर (yeast) और तुरंत तैयार बैटर के भी कुरकुरी रसीली जलेबी बना सकते हैं और वो भी एकदम आसानी से। तो आईये जानते हैं कैसे ?



3 से 4 सदस्यों के लिए


स‌ामग्रीयाँ - Ingredients :
मैदा- 1 कप
उड़द दाल- 1/4 कप (भीगी हुई)
चीनी- 2 कप
बेकिंग पाउडर - 1/3 चम्मच
इलायची- 6 या 7 पीस
लाल रंग (खाने वाला)- आधा चुटकी
नींबू रस - 1 चम्मच
रिफाइन्ड तेल (घी)- तलने लिए

बनाने की विधि - How to make :

जलेबी बैटर तैयार करें।
उड़द दाल को साफ़ धो कर 2 घंटे के लिए पानी में भिगोकर छोड़ दीजिए। 2 घंटे बाद दाल से पानी निकाल कर दाल को मिक्सर जार में डालें, दाल को पीसने के लिये आवश्यकतानुसार पानी मिलायें और बारीक पीसकर पेस्ट तैयार कर लें।

मैदा को एक बड़े बर्तन में लें और साथ ही बेकिंग पाउडर और लाल रंग (खाने वाला) डालकर मिला लें। अब मैदा में थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए गुठलियां खत्म होने तक चिकना घोल तैयार कर लें।

मैदा के घोल में पीसी हुई उड़द की दाल डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। बैटर को बहुत ज्यादा पतला या ज्यादा गाढ़ा नहीं करना हैं। अब आपका जलेबी बनाने के लिए बैटर तैयार है।


जलेबी के लिए चाशनी बना कर तैयार करें।
इलायची का पाउडर बना लें। एक बड़े बर्तन में चीनी और डेढ कप पानी डालकर पकने के लिये रख दें, चीनी को तब तक पकाएं जब तक वह पूरी तरह स‌े पानी में घुल न जाए। हर 1-2 मिनिट पर इसे चलाते रहना है।  चीनी पानी में घुलने के बाद चाशनी को 4 से 5 मिनिट और पका लीजिए। 1- 2 बूंद चाशनी को किसी अलग बर्तन में निकाल कर ठंडी होने के बाद, उंगली और अंगूठे के बीच चिप-चिपा कर देखें, चाशनी में 1 तार बन रही हो तो, चाशनी बन कर तैयार है। अगर चाशनी में तार बिलकुल नहीं बन रहा है, तब उसे और 1-2 मिनिट तक पकाइये और फिर से इसी तरह जांच लीजिये। जैसे ही आपको 1 तार की कनसिसटेन्सी मिल जाय, गैस बन्द कर दीजिये।

चाशनी में 1 छोटी चम्मच नींबू का रस‌ मिला लीजिए, जिससे कि चाशनी जमेगी नहीं। इस‌में इलायची पाउडर डाल कर मिला दीजिए, चाशनी बनकर तैयार हैं।

अब जलेबी छानने की तैयारी।
सबसे पहले कड़ाही में रिफाइन तेल डालकर गरम कीजिए। जलेबी बनाने के लिए एक कोन तैयार कर लीजिए। (आप चाहें तो कोई मोटी पालिथिन का एक कोने को काट कर, बैटर भरकर जलेबी बनाई जा सकती है) कोन को ग्लास के ऊपर रखकर बैटर को कोन में भर लीजिए। कोन को नीचे से बिलकुल छोटा सा काट लीजिए। मीडियम हाई गरम तेल होने पर, कोन को थोड़ा- थोड़ा दबाते हुए इसकी धार को हाथ से -गोल गोल चलाते हुये कढ़ाई में डालिये और जलेबी का आकार दीजिये। जितनी जलेबी कढ़ाई में आ जाय उतनी जलेबी कढ़ाई में बना लीजिये।


जलेबी को पलट-पलट कर अच्छी क्रिस्पी और गोल्डन ब्राउन होने तक तल लीजिए। जलेबी के क्रिस्पी और गोल्डन ब्राउन हो जाने के बाद जलेबी को निकालकर छलनी पर तब तक रखे रहिये जब तक की उसमें से उस‌का अतिरिक्त घी कड़ाही में निकल जाए। अब गरम जलेबी को तुरन्त चाशनी में डाल दीजिए। 1-2 मिनट तक जलेबी को चाशनी में डूबा रहने दीजिए ताकि जलेबी के अन्दर चाशनी भर जाये। उसके बाद उसे चाशनी से निकाल कर प्लेट में रखें। इसी तरह सारी जलेबी तल कर चाशनी में डालकर तैयार कर लीजिए।

गरमा-गरम स्वादिष्ट इंसटेंट जलेबी बनकर तैयार हैं। इसे परोसिये और इसके स्वाद का मजा लीजिए।

ध्यान देने योग्य बातें
1. जलेबी के लिए बैटर बहुत ज्यादा पतला या बहुत ज्यादा गाढ़ा नहीं होना चाहिए।

2. जलेबी तलने के लिए घी मीडियम से थोडा़ सा ज्यादा गरम होना चाहिए। अगर तेल कम गरम होगा तो जलेबी फूलेगी नहीं और अगर ज्यादा गरम होगा तो जलेबी जल्दी से जल जाएगी।

3. जलेबी को हल्की गरम चाशनी में डुबायें। चाशनी जलेबी के अन्दर तुरन्त चली जायेगी और बहुत अच्छी जलेबी बनकर तैयार होंगीं।

4. ये जलेबी 8-10 घंटे बाद भी कुरकुरी बनी रहतीं हैं।

होली का वक़्त है और होली में तो मालपूआ बनाना भी अनिवार्य है।

मावा  का मालपुआ

होली का वक़्त है और होली में तो मालपूआ बनाना भी अनिवार्य है। अगर मालपूआ में मावा का मालपूआ हो तो सोने पे सुहागा जैसा है। मालपुआ (Malpua) पारम्परिक घरों में बनने वाला एक ऐसा पकवान है, जो बहुत आसानी से बनाया जा सकता है। पारम्परिक रूप से कथा, यज्ञ, भंडारे व अन्य शुभ काम की समाप्ति के बाद हुये भोजन में असली घी के मालपुआ और खीर (Kheer Malpua) परोसे जाते हैं। मालपुआ (Mal Pua) अलग जगह पर अलग स्वाद और अलग तरीके से बनाये जाते हैं। कहीं मालपुआ पके मीठे केले को मिक्स करके और मैदा या आटा और चीनी डाल कर, पानी या दूध की सहायता से घोल तैयार किया जाता है, इस घोल में इलाइची पीस कर मिलाई जाती है और इस घोल से केले के मालपुआ (Banana Malpua) बनाये जाते हैं। कुछ जगह केले की जगह, आम या अनन्नास का प्रयोग करके मालपूआ (Mango Malpua or Pineaple Malpua) बनाये जाते हैं। कहीं मैदा की जगह चावल का आटा भी प्रयोग में लाया जाता है।

साधारण मालपुआ बनाने के लिये आटे को दूध या दही में घोला जाता है, इलाइची घोल में मिला कर मालपुआ तल लिये जाते हैं, इन माल पुओं को खीर के साथ खाया जाता है। राजस्थान में दूध, मावा और मैदा मिलाकर मावा मालपुआ (Mawa Malpua) बनाये जाते हैं। इन मालपुआ को तलने के बाद चाशनी में डुबाया जाता है। आइये आज हम ये राजस्थानी मावा के मालपुआ (Rajasthani Mawa Malpua) बनायें।

सामग्रीयाँ - Ingredients for Malpua Recipe
दूध - 2 कप
मावा या खोया - 200 ग्राम ( 1 कप ) पीसा हुआ
मैदा - 100 ग्राम (1 कप)
चीनी - 300 ग्राम( 1 1/2 कप)
केसर - 20 - 25 टुकड़े (यदि आप चाहें)
घी - तलने के लिये
छोटी इलाइची - 3 से 4 (पीसी हुयी)
पिस्ता - 10 से 12 (बारीक कर लीजिये)

बनाने की विधि - How to make :
सबसे पहले दूध को हल्की आंच पर हल्का गरम कर लीजिये। मावा को कद्दूकस करके एक कप दूध में डालिये और अच्छी तरह से मिलने तक घोल कर फैट कर मिलाइये। फिर मैदा डाल कर अच्छी तरह मिलाइये (ध्यान रहे कि घोल में गुठलियां न पड़े), बचा हुआ दूध थोड़ा-थोड़ा डालिये। घोल को अच्छी तरह फैट कर जलेबी बनाने जैसा बैटर तैयार कर लीजिये। मालपूआ बनाने के लिए घोल तैयार है। घोल को सैट होने के लिये 10 मिनिट के लिये ढककर रख दीजिये।

चाशनी बनायें: - How to make Sugar Syrup for Mal Pua
किसी बर्तन में चीनी की मात्रा के आधा से थोड़ा अधिक पानी (डेढ़ कप चीनी में 1 कप पानी) डाल कर गरम करने के लिए आंच पर रखिये। उबाल आने के बाद 2-4 मिनिट तक पकाइये। दो से चार मिनट पकने के बाद चम्मच के माध्यम से एक बूँद निकाल कर अपने तर्जनी और अंगूंठे की उंगली से चिप चिपा कर देखिये अगर चाशनी में एक तार आ रहा हो तो फिर एक तार की पतली चाशनी बनकर तैयार है। चाशनी में केसर और छोटी इलाइची डाल कर मिला दीजिये।

मालपुआ बनायें: How to make Malpooa
चौड़ी कढाई (जो गहरी कम हो) में घी डाल कर गरम कीजिये। अपने मन पसन्द साइज का मालपूआ बनाने के लिए, 1 मालपूआ के लिये, 1 चम्मच घोल या आधा चम्मच घोल (जैसा आप चाहें), गरम तेल में डालिये। कढ़ाई के आकार के अनुसार 3-4 या जितना सही आ पाए उतना मालपुआ डाल दीजिये। मीडियम गैस फ्लेम पर मालपूआ तलिये। हलका ब्राउन होने पर पलटिये। दूसरी तरफ भी हल्का ब्राउन होने दीजिये। माल पूआ निकाल कर किसी प्लेट में रखिये। सारे मालपुआ इसी तरह तल कर तैयार कर लीजिये।

आपका चाशनी पहले से ही तैयार है। तैयार मालपूआ चाशनी में डुबोइये। 5-6 मिनट तक डूबे रहने के बाद मालपूआ चाशनी से निकाल कर प्लेट में लगाइये और बारीक कटे पिस्ते डालकर सजाइये। गरमा-गरम या ठंडे मालपुआ परोसिये और खाइये और कॉमेंट बॉक्स में लिख कर बताइये कि मावा का मालपुआ (Mawa Malpua) कैसा लगा, साथ में अगर आप रबड़ी बनायें तो सच में इन मालपुओं का जबाव नहीं।